जाँच मे दोषी पाये जाने पर कडी कार्यवाई की जायेगी,,,, पुलिसअधीक्षक

 दिलीप सिंह की कार्य शैली व कर रहे अभद्र व्यवहार की शिकायत पत्र ज्ञापन पत्रकार विकास परिषद शहडोल के द्वारा पुलिसअधीक्षक को दी गई 
शहडोल जिले मे पुलिस की कार्य शैली पर पुलिस विभाग के जिम्मेदार शासक जो पद का दुरुपयोग कर रहे है वही कानून का हवाला देकर थाने पर पदस्थ थानेदार द्वारा 
 पुलिस चौकी को अपना जागीर बताकर व लोगो को डरा धमका कर संविधान की धाराओ के साथ कर रहा खिलवाड जब चाहे किसी के साथ अभद्र व्यवहार करे या फिर गलत तरीके से कानूनी धाराये लगाकर कार्यवाई कर दे। वो बाद मे न्यायालय के द्वारा दोषपूर्ण मुक्त हो जाये।ज्यादातर केसो पर पुलिस विभाग की कार्रवाई व कूट नीती से कि गई कार्यो पर न्यायालय के न्यायाधीशो द्वारा गलत साबित किये है। पर पुलिस विभाग सुधरने कि वजह गलत कार्यो मे लिप्त नजर आती है ऐसा ही मामला जिले के खैरहा थाने का है जहा पुलिस विभाग द्वारा खुलेआम रास्ते से गुजरने वाले बडी छोटी वाहन के नाम पर चैकिंग जांच की बडी राशिया वसूली जा रहा है जबकि महज जिले से 35 किलोमीटर की दूरी पर थाना होने वाबजूद भी किसी उच्च अधिकारियो की नज़र से इस थाने मे हो रहे रात दिन की चैकिंग जांच के नाम पर राशि वसूली का खेल फल फूल रहा है और किसी को जानकरी भी नही जबकि पुलिस कर्मी द्वारा बताया गया है। कि हमे ऊपर से आदेश है वही चुनाव आयोग के आदेश की भी बात कही गई है।जो एक महत्वपूर्ण विषय है।कि अपनी आमदानी बढने के नाम पर गरीबो लोगो का शोषण किया जा रहा है।और खामोश रहते है। जिला के आला अधिकारी जरा सोचिए कि जब पत्रकारो के साथ पुलिस विभाग के अभद्र व्यवहार किया जा रहा है तो आम नागरिक का क्या होता होगा।
मामला क्या है
दिनांक 29/08/2023 को समय 2 बजे खैरहा थाने के पास भगवान श्री हनुमान जी की पूजा व भंडारा के लिए भाई अखिलेश शर्मा ने आमंत्रित किए थे इसलिए मै अपने साथी के साथ खैरहा गया हुआ था। जहा पूजा वभंडारा हो रहा था। वही कुछ दूरी पर
थाना मौजूद था थाने के बगल से ट्रक आटो मोटरसाइकिल अन्य गाडिय़ो को पुलिस द्वारा खड़ी कर जांच चैकिंग के नाम पर ऊपर के आदेश का हवाला देकर लोगो से मोटी रकम की वसूली कि जा रहा थी।हम अपने साथी के साथ उस जगह पर जा कर देखा कि कुछ पुलिस कर्मी गाड़ी रोककर चैकिंग जांच के नाम पर एक मशीन दिखाकर राशि की वसूली कर रहे थे जिसकी मोबाइल पर पत्रकार नीलेश द्विवेदी द्वारा विडिओ बनाया जा रहा था।वह विडिओ के साथ जानकारी अपने साथी द्वारा पुलिस अधीक्षक शहडोल से मोबाइल फोन पर दी गई। साथ ही विडिओ भी भेज दी गई।  और पत्रकार नीलेश द्विवेदी के द्वारा गलत कार्य किए जाने के विरोध पर थानेदार दिलीप सिंह द्वारा अपने पुलिस कर्मी के मोबाइल फोन से पत्रकार नीलेश द्विवेदी से बात कर अभद्र व्यवहार करते हुए बोला कि तुम मुझे जानते नही तुम कितने बड़े पत्रकार हो केस दायर कर सारी पत्रकारिता उतार दूगा मै अभी थाने मे नही हू नही तो थाने मे बेढकर बताता मेरे थाने मे दूबारा आना नही तू मुझे कही मिल फिर बताता हू। तेरी पत्रकारिता सुन मेरा नाम दिलीप सिंह है। वही लोगो के द्वारा बताया गया कि 10 वर्षो के लगभग शहडोल जिले के थानो मे पदस्थ होने के कारण खुलेआम कई प्रकार के गलत जांच के नाम पर डरा धमका कर बडी राशि वसूछली रात दिन करता है।
 पत्रकार नीलेश द्विवेदी जो कि पत्रकार विकास परिषद शहडोल के जिला अध्यक्ष है।इस घटनाक्रम की सारी जानकारी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष को दी और परिषद के आदेशानुसार भारी संख्या मे सभी सदस्य उपस्थित होकर पुलिस अधीक्षक शहडोल को खैरहा थाने के थाना प्रभारी दिलीप सिंह की शिकायत कर ज्ञापन दिया गया शिकायत मे सारे घटनाक्रम की जानकारी उल्लेख करते हुए निलंबन कार्यवाही की मांग किया गया है। 
इनका कहना
पत्रकारो के द्वारा जो शिकायत पत्र दी गई है। उसकी जांच कार्यवाई करने काआदेश मैने एडिशनल एसपी को दी है। जाँच मे दोषी पाये जाने पर कडी कार्यवाई की जायेगी।
         कुमार प्रतीक 
पुलिस अधीक्षक जिला शहडोल म, प्र, 

 

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