रेलवे विभाग के अधिकारियों से साट गांठ से बिनोद बेच रहा सड़ागला सामान
रेलवे अधिकारी कोई अप्रिय घटना घटित होने का इंतजार कर रही है।
शहडोल रेलवे स्टेशन पर रेलवे विभाग का नियम कानून नहीं बल्कि एक कथित पेटी कांट्रेक्टर विनोद सिंह का नियम कानून चलता है रेलवे स्टेशन के अधिकारी वही करते हैं जो कथित पेटी कांट्रेक्टर विनोद सिंह कहता है। अगर शहडोल रेलवे स्टेशन के कैंटीन की बात करें तो रेलवे विभाग के नियम के अनुसार जी समान बेचना चाहिए वह कुछ भी नहीं बिकता है बल्कि सडा गला सामान बेचा जाता है वहीं यात्रीयों द्वारा शिकायत भी की जाती है पर सुनने वाला कोई नहीं ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है एक यात्री ने कैंटीन से सामान खरीदा और सामान खराब निकला जिसकी शिकायत भी यात्री ने कैंटीन संचालक को बताया तो कैंटीन संचालक के द्वारा यात्री को ही दबंगई से धमकाया गया।
मामला क्या है
कस्टमर यात्री संदीप कटारे ने रात्रि दिनांक 11 सितंबर 2023 को 12 बजकर 55 मिनट पर एक मजा फ्रूटी 10 रुपए वाला लिया जोकि प्रिंट रेट 10 रुपये था और 12 रुपये का दिया जिसमें कैंटीन संचालक ने कहा कि 2 रुपये ठंडा करने का लगता है यात्री ने कहा ठीक है 12 रुपए दिए फिर जैसे मजा में पाइप डाला तो तुरंत मजा में चीटी व कीड़े निकलने लगे जिसे देख कर दंग रह गया और उसने कैंटीन संचालक को कहा और दिखाया भी तो कैंटीन संचालक ने कहा कि हम तो पैक समान बेचते है हमको नही पता कि कहा से कैसे चीटी आ गई आप कॉम्पनि को बोलो मुझे नही और कैंटीन संचालक ने यात्री को भगाने लगा ।वहां के आस पास के लोगो ने वीडियो भी बनाई और वीडियो में कैंटीन संचालक की हरकत व यात्री की बात और मजा की चीटी किड़े की वीडियो बनाई और मीडिया को भेजी और मजा के और पैकेट काउंटर के नीचे छुपाने लगा।
संचालक की दबंगई
सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन से गुजर रही थी तो यात्री ने आवाज दी पुलिस आई और सभी मामले को पुलिस को बताया गया फिर पुलिस देखना चाही तो कैंटीन संचालक ने दबंगई से कहा कि सिटी कोतवाली पुलिस का यहाँ कोई लेना देना नही है क्योंकि यह दुकान रेलवे में आती है आप आर पी एफ ,जीआरपी लेके आओ तब कुछ बताऊंगा आप यहां से जा सकते हो।
आरपीएफ से शिकायत पर नही हो रही कार्यवाही
यात्रियों ने आरपीएफ शहडोल को सारी घटना की जानकारी दी पर बड़े आश्चर्य की बात यह है कि शहडोल आरपीएफ ने कोई कार्यवाही कैंटीन संचालक पर नहीं की जो कई सवालों को जन्म देता है वहीं रेलवे विभाग नियम कानून के अनुसार स्टेशन कैंटीन मे संचालक द्वारा खुला समान नही बेचा जा सकता है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार काउंटर से समोसा आलु बंडा चाय खुलेआम बेची जा रही है।साथ ही नशीली पदार्थ सिगरेट गुटका आदि भी बिक रहा है। और स्टेशन कैंटीन में जो चीजे बिकना चाहिए वह सिर्फ बोर्ड में लिखी है लेकिन कुछ रहता नही मजा ठंडा के पैकेट में कई प्रकार के गद्दे दाग लगे हुए है ऐसा लगता है कि कई सालों से पैकेट रखे हुए है। बेचे जा रहे समान कि वीडियो रेलवे के सभी बड़े अधिकारी को भेजा गया है ट्विटर के माध्यम से साथ ही शहडोल में रेलवे के सम्बंधित अधिकारी को भेजा गया व बिलासपुर डीआरएम को भी भेजा गया पर अभी तक कोई कार्यवाही रेलवे स्टेशन के अधिकारियों द्वारा नहीं किया गया।
अधिकारी खामोश है
जरा सोचिए शहडोल रेलवे स्टेशन पर हर रोज हजारों यात्रियों का आना जाना लगा रहता है वहीं रेलवे प्रशासन ने यात्रीयों के लिए अच्छी व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कैंटीन का संचालक किया गया पर रेलवे स्टेशन पर पदस्थ अधिकारी कर्मचारीयों की लापरवाही के कारण आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है वहीं रेलवे स्टेशन की कैंटीन से सडागला समान बेचा जाता है पर न तो कोई कार्यवाही अधिकारियों द्वारा की जाती है और न जांच वहीं यात्रीयों ने रेलवे अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि शहडोल रेलवे स्टेशन के कैंटीन संचालक पर कड़ी कार्यवाही कि जाए।
इनका कहना है
आपके द्वारा इस मामले की वीडियो व जानकारी मूझे दी गई है मैं जरूर जांच कराकर कार्यवाही करूँगा,और जो ट्वीट किया गया है ऊपर बड़े अधिकारियों को उनके द्वारा भी जांच चल रही है।
पंकज कुमार गुप्ता,सी एच आई,
रेल विभाग शहडोल
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